RUSSIA-UKRAINE WAR-रूस में यूक्रेनी सेना के हमले का असर, पुतिन ने शुरू किया सैनिकों को निकालने का प्लान
17 अगस्त 2024 मॉस्को:रूस-यूक्रेन युद्ध एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है, जहां यूक्रेनी सेना के रूस के अंदर घुसने के बाद पुतिन की सेना के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने कब्जाए गए यूक्रेन के इलाकों से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। इन सैनिकों को उन क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है, जहां यूक्रेनी सेना ने रूस के अंदर हमला किया है। अमेरिकी मीडिया सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की यह कार्रवाई उसकी यूक्रेन पर कमजोर होती पकड़ को दिखाती है।
कुर्स्क में भेजे गए सैनिक
रिपोर्ट के मुताबिक, 1000 सैनिकों से बने कई ब्रिगेड को रूस के कुर्स्क इलाके में भेजा गया है, जहां यूक्रेन ने हाल ही में हमला किया था। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि, “पुतिन और रूसी सेना कुछ इकाइयों को कुर्स्क ओब्लास्ट की ओर भेज रहे हैं। वहां यूक्रेन के साथ सक्रिय लड़ाई चल रही है।”
अभी भी जारी है यूक्रेन में लड़ाई
किर्बी ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन से रूसी सैनिकों के हटने का मतलब यह नहीं है कि पुतिन ने यूक्रेन के अन्य मोर्चों पर सैन्य कार्रवाई बंद कर दी है। उत्तर-पूर्वी हिस्से और जापोरिज्जिया जैसे इलाकों में भी रूसी सेना की लड़ाई जारी है।
अमेरिका और रूस दोनों हैरान
यूक्रेनी सेना द्वारा रूस के अंदर हमले से न केवल रूस, बल्कि अमेरिकी अधिकारी भी चौंक गए हैं। यूक्रेन की इस गोपनीय और रणनीतिक कार्रवाई ने रूस के साथ-साथ अमेरिका को भी हैरान कर दिया है। हालांकि, यूक्रेन के इस हमले ने उसकी अपनी सीमाओं पर सुरक्षा जोखिम भी पैदा कर दिए हैं।
यूक्रेन के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति
रूस पर हमला करने से यूक्रेन ने अपनी सीमा पर कुछ क्षेत्रों को कमजोर कर दिया है। इसके बावजूद, यूक्रेन का दावा है कि उसने 1000 वर्ग किलोमीटर से अधिक रूसी जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिससे हजारों रूसी नागरिकों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, यूक्रेन का यह अभियान पुतिन के लिए रणनीतिक समस्याएं खड़ी करने के लिए था, ताकि वह अपनी सेना को कहां तैनात करना है, यह तय न कर सकें।