Rahul Gandhi’s US visit– विपक्ष का नेता बनने के बाद पहला विदेशी दौरा, सैम पित्रोदा ने दी
1सितंबर 2024 – राहुल गांधी अमेरिका दौरे पर: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी का यह पहला विदेशी दौरा होगा। यह यात्रा 8 से 10 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। इस दौरान वह अमेरिका में छात्रों, शिक्षाविदों और विभिन्न प्रमुख हस्तियों से मुलाकात करेंगे।
नई दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी सितंबर के दूसरे हफ्ते में अमेरिका का दौरा करेंगे। यह दौरा उनके नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहला विदेशी दौरा होगा। कांग्रेस के विदेश विभाग के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने इस दौरे की जानकारी दी। पित्रोदा ने बताया कि यह एक संक्षिप्त यात्रा होगी, जिसमें राहुल गांधी प्रवासी भारतीयों, छात्रों, शिक्षाविदों, व्यवसायियों, नेताओं, मीडिया कर्मियों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों से संवाद करेंगे। पित्रोदा के अनुसार, राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद भारतीय मूल के लोगों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया की ओर से उनसे मुलाकात की कई अनुरोध आए हैं, जिनका जवाब देने के लिए यह दौरा आयोजित किया गया है।
कौन है सैन पित्रोदा
सैम पित्रोदा एक प्रमुख भारतीय नागरिक और राजनीतिक नेता हैं, जो विशेष रूप से अपने तकनीकी और सामाजिक योगदान के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- प्रवासी भारतीय उद्यमिता और तकनीकी विशेषज्ञ: सैम पित्रोदा को भारतीय आईटी और दूरसंचार क्षेत्र में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारत में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की, जैसे कि भारतीय राष्ट्रीय दूरसंचार नेटवर्क और इंटरनेट की नींव रखना।
- राजनीतिक भूमिका:राजीव गाधी के मित्र रहे पित्रोदा कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं और उन्होंने विभिन्न राजनीतिक पदों पर कार्य किया है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विदेशी विभाग के अध्यक्ष भी हैं।
- सलाहकार और प्रेरक: पित्रोदा ने विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी परियोजनाओं में सलाहकार की भूमिका निभाई है और सामाजिक सुधारों में योगदान दिया है। उन्होंने सार्वजनिक नीति, विकास और तकनीकी प्रगति के क्षेत्र में कई पहल की हैं।
सैम पित्रोदा की भूमिका और प्रभाव भारत के विकास और राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण रहे हैं, हालांकि उन्होंने विवादों का भी सामना किया है। उनके कार्य और योगदान से वे भारतीय राजनीति और समाज में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बन चुके हैं।
8 से 10 सितंबर की यात्रा का शेड्यूल:
राहुल गांधी 8 सितंबर को डलास में होंगे, जहां वह टेक्सास विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षाविदों और भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे। डलास में, कांग्रेस ने एक तकनीकी विशेषज्ञों की सामुदायिक सभा भी आयोजित की है, और राहुल गांधी स्थानीय नेताओं के साथ डिनर करेंगे। 9 और 10 सितंबर को वह वॉशिंगटन डीसी में होंगे, जहां वह विभिन्न थिंक टैंक, नैशनल प्रेस क्लब और अन्य प्रतिनिधियों से मिलेंगे।
दौरे का छोटा किया गया शेड्यूल:
पहले राहुल गांधी के दौरे की योजना लंबी थी, लेकिन हाल ही में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनावों को देखते हुए इसे छोटा कर दिया गया है। पिछले साल राहुल गांधी ने अमेरिका और यूके का दौरा किया था। पिछले अमेरिकी दौरे में उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय छात्रों से मुलाकात की थी, जबकि मार्च 2023 में वह यूके का दौरा कर चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी की रैलियां:
जम्मू-कश्मीर के चुनावों को ध्यान में रखते हुए राहुल गांधी 4 सितंबर को जम्मू और कश्मीर में रैलियां करेंगे। कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर ने बताया कि राहुल गांधी जम्मू में एक रैली और दक्षिण कश्मीर के डोरू में दूसरी रैली करेंगे। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से जम्मू-कश्मीर में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है और स्थानीय नेताओं की ओर से उनके दौरे की लगातार मांग की जा रही है।