Champions Trophy-जय शाह हुए एक्टिव, पाकिस्तान के ड्रामे पर लगेगी रोक, ट्रॉफी की मेज़बानी पर फैसला 5 दिसंबर को
नई दिल्ली, 4 दिसंबर 2024: भारत और पाकिस्तान के बीच 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी को लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। भारत सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारतीय क्रिकेट टीम किसी भी स्थिति में पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। दूसरी ओर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस मामले में ड्रामेबाजी जारी रखी है, जिस पर अब जय शाह फैसला करेंगे।
30 नवंबर तक बीसीसीआई के सचिव रहे जय शाह अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन बन चुके हैं। 1 दिसंबर को उन्होंने इस पद का कार्यभार संभाला, और उनके पदभार संभालने के बाद से चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेज़बानी का मुद्दा गरमाया हुआ है। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट की मेज़बानी मिली है, लेकिन भारतीय टीम सुरक्षा कारणों से वहां यात्रा करने के लिए तैयार नहीं है। इस कारण बीसीसीआई और पीसीबी के बीच खींचतान चल रही है।
बीसीसीआई का स्पष्ट कहना है कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी, जबकि पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। जय शाह ने आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अन्य जिम्मेदारियों जैसे लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक और महिला खेलों के विकास पर खुलकर बात की। इस बीच, क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, जय शाह ने 5 दिसंबर को एक वर्चुअल बोर्ड मीटिंग बुलाई है, लेकिन इसकी एजेंडा की कोई जानकारी नहीं दी गई है। रिपोर्ट में यह भी साफ नहीं है कि चैंपियंस ट्रॉफी पर कोई चर्चा होगी या नहीं।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी ने पाकिस्तान से कहा है कि वह या तो चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ‘हाइब्रिड’ मॉडल स्वीकार करे या फिर इस आयोजन से बाहर होने के लिए तैयार रहे। पीसीबी के अड़ियल रुख के कारण 29 नवंबर को हुई मीटिंग में कोई निर्णायक फैसला नहीं हो सका।
यह माना जा रहा है कि आईसीसी बोर्ड के अधिकतर सदस्य पाकिस्तान की स्थिति को समझते हैं और पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी को ‘हाइब्रिड’ मॉडल को स्वीकार करने की सलाह दी गई है। इस मॉडल के तहत चैंपियंस ट्रॉफी के भारत के हिस्से के मैच यूएई में खेले जाएंगे। एक आईसीसी सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “कोई भी ब्रॉडकास्टर आईसीसी इवेंट को एक पैसा भी नहीं देगा जिसमें भारत शामिल न हो, और पाकिस्तान भी यह अच्छी तरह जानता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर पीसीबी ‘हाइब्रिड’ मॉडल को स्वीकार नहीं करता, तो आईसीसी बोर्ड को टूर्नामेंट को पूरी तरह से किसी अन्य देश (संभवत: यूएई) में स्थानांतरित करना पड़ सकता है, लेकिन इसमें पाकिस्तान को शामिल नहीं किया जाएगा। इस पर 5 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में निर्णय लिया जा सकता है।