बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए भारत का बड़ा कदम: अमित शाह ने बनाई समिति
9 अगस्त 2024 भारत ने बांग्लादेश में हिंदू और अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को एक विशेष समिति के गठन की घोषणा की, जो भारत-बांग्लादेश सीमा की निगरानी करेगी और बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। यह कदम बांग्लादेश में हालिया उथल-पुथल के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों को लेकर चिंता जताई जा रही थी।
मुख्य बिंदु:
समिति का गठन:
गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-बांग्लादेश सीमा (IBB) पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन की घोषणा की है। इस समिति की अध्यक्षता सीमा सुरक्षा बल (BSF) के पूर्वी कमान के एडीजी करेंगे। यह समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ नियमित संवाद बनाए रखेगी।
समिति का उद्देश्य:
इस समिति का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यह समिति भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा और मौजूदा हालात पर भी नजर रखेगी।
बांग्लादेश में हालात:
बांग्लादेश में हाल ही में बढ़ती हिंसा और अशांति के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद हिंदू मंदिरों, घरों, और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हमले बढ़ गए हैं। इस दौरान अवामी लीग से जुड़े दो हिंदू नेताओं की हत्या भी कर दी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस के एक प्रवक्ता ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह नस्ली आधार पर किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ हैं।
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यूनुस पर शांति बहाल का बड़ा जिम्मा
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद से हिंसा भड़क उठी है। नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है और वर्तमान में उनके सामने देश में शांति बहाल करने और चुनाव कराने का बड़ा जिम्मा है।