8 अगस्त 2024 | धर्म-संस्कृति
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*आज सावन की गणेश चतुर्थी है, जो भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना का दिन है।*
अगर आपके जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा आ रही है, तो आज भगवान गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन का महत्व।
### गणेश चतुर्थी का महत्व
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और शुभ कार्यों के प्रारंभकर्ता के रूप में पूजा जाता है। किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले गणेश जी की पूजा अनिवार्य मानी जाती है। खासतौर पर सावन के महीने में आने वाली विनायक चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। अगर आपके कार्यों में लगातार बाधाएं आ रही हैं या करियर में सफलता नहीं मिल रही, तो आज का दिन पूजा के लिए सर्वोत्तम है।
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### पूजा का शुभ मुहूर्त
आज के दिन गणेश जी की पूजा के लिए सबसे उत्तम समय निम्नलिखित है:
– *शुभ मुहूर्त:* सुबह 11:07 बजे से दोपहर 01:46 बजे तक
– *अवधि:* 2 घंटे 40 मिनट
इस समय में की गई पूजा का विशेष फल मिलता है।
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पूजा विधि
1. *कलश की स्थापना:* सबसे पहले एक कलश में जल भरकर लाएं और जहां पूजा करनी है, वहां आसन बिछाकर बैठें।
2. *शुद्धिकरण मंत्र:* हाथ में कुश और जल लेकर इस मंत्र का उच्चारण करें:
“ओम अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोअपी वा। यः स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्यान्तरः शुचिः।”
3. *जल छिड़कें:* मंत्र उच्चारण के बाद जल को अपने ऊपर और पूजा की सामग्री पर छिड़कें।
4. *आचमन:* तीन बार आचमन करें और हाथ में जल लेकर निम्नलिखित मंत्र बोलें:
“ओम केशवाय नमः, ओम नारायणाय नमः, ओम माधवाय नमः, ओम हृषीकेशाय नमः।”
5. *गणेश प्रतिमा की स्थापना:* थोड़े से चावल रखें और उनके ऊपर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।
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अंत में…
इस विधि से पूजन करने पर भगवान गणेश की कृपा से आपके जीवन की सभी बाधाएं दूर होंगी और आप सभी कार्यों में सफल होंगे।