HINDU DHARM- अनोखा SHIV (शिव) मंदिर जहां सावन माह में नहीं होता जलाभिषेक, जानें इसके पीछे की खास वजह
अमेठी, उत्तर प्रदेश | 15 अगस्त, 2024 आज हम आपको भारत के एक विशेष प्राचीन शिव मंदिर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जहां सावन के पूरे माह जलाभिषेक नहीं होता। यह अद्वितीय शिव मंदिर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के सगरा धाम में स्थित है, जो अयोध्या के नजदीक है।
राष्ट्रीय संत और शिवयोगी, फलाहारी अभय चैतन्य स्वामी मौनी महाराज ने बताया कि इस मंदिर में सावन के पूरे माह जलाभिषेक की परंपरा नहीं है, लेकिन यहां होने वाले अभिषेक की विशेषता और अनुष्ठान देशभर में अनोखे हैं। इस मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक चावल, अष्टगंध, इत्र, गंगाजल, और केसर से किया जाता है, जो पूरी तरह से भगवान शिव को प्रसन्न करता है।
सगरा आश्रम के प्राचीन शिव मंदिर में पिछले 38 वर्षों से यह खास अनुष्ठान जारी है, जिसमें रात-दिन भगवान शिव का जाप चलता रहता है, ताकि देशभर में कहीं भी अकाल न पड़े।
हर सोमवार को जलते हैं 1 लाख 51 हजार दीप
सावन के प्रत्येक सोमवार को यहां 1 लाख 51 हजार दीप जलाए जाते हैं और 251 कुंडों में हवन होता है। इस अवसर पर 51 मन का मिष्ठान भोग भगवान शिव को अर्पित किया जाता है, जिसमें काला जाम, जलेबी, दूध के मिष्ठान, और विभिन्न मौसमी फल शामिल होते हैं।
सावन का विशेष संयोग
इस सावन का माहौल और भी खास है क्योंकि इसका पहला और आखिरी दिन सोमवार है, जो कि लगभग 49 वर्षों में पहली बार हुआ है। इस दौरान, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 1 अरब से अधिक मंत्रों का जाप 21 विद्वानों द्वारा लगातार 24 घंटे किया जाएगा।
विशाल शिवलिंग और भव्य आरती
मंदिर में उज्जैन के महाकाल मंदिर जैसा विशाल शिवलिंग है, जो रुद्राक्ष की मालाओं से ढंका हुआ है। यहां रात 12 बजे भव्य भष्म आरती होती है और 5 लाख 51 हजार बेल पत्र, दूर्बा, और शम्मी पत्र भगवान शिव को अर्पित किए जाते हैं।
इस अनोखे मंदिर की खासियत और धार्मिक महत्व की जानकारी पाने के लिए भक्त यहां देश-विदेश से आते हैं।