26 अक्टूबर 2024, मुरादाबाद UP Assembly Bypolls 2024: यूपी की कुंदरकी विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला काफी रोचक हो गया है। भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर के साथ-साथ छोटे राजनीतिक दल भी अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार हैं, जो बड़े दलों के समीकरण को बदल सकते हैं।
कुंदरकी सीट पर सपा और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यह सीट सपा का गढ़ मानी जाती है, लेकिन रणनीतिकार भाजपा को चुनौती देने के लिए अपनी पूरी तैयारी कर रहे हैं।
छोटे दलों की भूमिका
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि छोटे दलों का प्रवेश बड़े दलों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। कुंदरकी पर सपा का 2002 से वर्चस्व रहा है, जबकि 1993 में भाजपा के चंद विजय सिंह ने यहां जीत हासिल की थी। बाद में बसपा के अकबर हुसैन ने दो बार इस सीट पर जीत दर्ज की।
उम्मीदवारों की घोषणा
इस बार सपा ने हाजी मोहम्मद रिजवान पर भरोसा जताया है, जबकि भाजपा ने रामवीर सिंह को मैदान में उतारा है। एमआईएमआईएम ने हाफिज वारिस को टिकट दिया है, जो पिछले चुनाव में 14,700 वोट हासिल कर चुके हैं और वर्तमान में स्थानीय निकाय के चेयरमैन हैं। इस कारण उन्हें हल्के में लेना बड़े दलों के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
भाजपा की रणनीति
बसपा के रफतउल्ला भी चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी है, मुख्यमंत्री ने कुंदरकी का दौरा किया है, और चार मंत्रियों को भी यहां सक्रिय किया गया है।
सपा का आत्मविश्वास
इसी बीच, सपा के चार विधायक कुंदरकी क्षेत्र पर निगाह रख रहे हैं। सपा के नेताओं का मानना है कि इस सीट पर उन्हें कोई चुनौती नहीं दे सकता, और अल्पसंख्यकों का वोट उन्हें एकजुट रूप से मिलेगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बार छोटे दलों के उतारने से चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प होगा। इस सीट पर कुल 3,83,000 मतदाता हैं, जबकि पिछले चुनाव में सपा के उम्मीदवार को 1,25,000 वोट मिले थे।
26 अक्टूबर 2024, मुरादाबाद: यूपी की कुंदरकी विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला काफी रोचक हो गया है। भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर के साथ-साथ छोटे राजनीतिक दल भी अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार हैं, जो बड़े दलों के समीकरण को बदल सकते हैं।
कुंदरकी सीट पर सपा और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यह सीट सपा का गढ़ मानी जाती है, लेकिन रणनीतिकार भाजपा को चुनौती देने के लिए अपनी पूरी तैयारी कर रहे हैं।