US SHARE MARKET-अमेरिका में वित्तीय भूचाल: एक दिन में 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान, कारण और प्रभाव
4 सितंबर 2024, अमेरिका: अमेरिकी शेयर बाजार में मंगलवार को अप्रत्याशित गिरावट आई, जिससे निवेशकों के 1 ट्रिलियन डॉलर एक ही दिन में स्वाहा हो गए। इस भारी गिरावट का मुख्य कारण अगस्त के मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ों की उम्मीद से कमतर प्रदर्शन और अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा दिग्गज तकनीकी कंपनी एनवीडिया के खिलाफ एंटीट्रस्ट प्रैक्टिसेज की जांच की शुरुआत है।
अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट का कारण
अमेरिका में अगस्त के मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़े निराशाजनक साबित हुए हैं, जिससे मंदी की आशंका फिर से सिर उठाने लगी है। इस आर्थिक अस्थिरता ने शेयर बाजार को हिला दिया। इसके अलावा, अमेरिकी न्याय विभाग ने एनवीडिया को सम्मन भेजा है और कंपनी के खिलाफ एंटीट्रस्ट प्रैक्टिसेज की जांच शुरू की है। इससे निवेशक चिंतित हो गए और बाजार में भारी बिकवाली देखी गई।
बाजार के प्रमुख सूचकांकों में गिरावट
वॉल स्ट्रीट के प्रमुख सूचकांक जैसे एसएंडपी 500, नैस्डैक और डाऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में अगस्त की शुरुआत के बाद सबसे बड़ी दैनिक गिरावट देखी गई। एसएंडपी 500 इंडेक्स में 2.1% की गिरावट आई, जिससे इसका स्तर 5,528.93 पर आ गया। डाऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज में 1.5% की गिरावट आई, जबकि नैस्डैक में 3% से अधिक की कमी आई।
विशेष कंपनियों में गिरावट
इस दिन एनवीडिया के शेयरों में कारोबार के दौरान 9.5% की गिरावट आई, जिससे कंपनी के मार्केट कैप में 279 अरब डॉलर की कमी आई। यह एक दिन में किसी भी कंपनी के लिए सबसे बड़ा रिकॉर्ड नुकसान है। हालांकि, एआई की बढ़ती मांग के कारण इस साल एनवीडिया के शेयरों में अब तक 141% की वृद्धि हुई है और दुनिया की चिप मार्केट में कंपनी की हिस्सेदारी 90% है। इसके अलावा, एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेस और इंटेल के शेयरों में भी लगभग 8% या उससे अधिक की गिरावट आई। बोइंग के शेयरों में भी भारी गिरावट आई, जिसके परिणामस्वरूप वेल्स फार्गो ने कंपनी की रेटिंग डाउनग्रेड कर दी, जिससे इसमें 7.3% की कमी आई।
वैश्विक प्रभाव
अमेरिकी शेयर बाजार में आई इस भारी गिरावट का असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर भी पड़ा है। मैग्नीफिशिएंट 7 स्टॉक्स के मार्केट कैप में 550 अरब डॉलर की कमी आई है। सितंबर के महीने में ऐतिहासिक रूप से शेयर बाजारों में उथलपुथल देखने को मिलती है, और इस बार भी वही स्थिति देखने को मिल रही है। अमेरिका में मंदी की आशंका के चलते दुनिया भर के शेयर बाजारों में बिकवाली की लहर दौड़ गई है। भारत में भी मंगलवार को बाजार खुलते ही सेंसेक्स में 700 अंक से अधिक की गिरावट आई, जिससे निवेशकों को तीन लाख करोड़ रुपये का झटका लगा है।
इस वित्तीय उथलपुथल ने निवेशकों और विश्लेषकों को चिंतित कर दिया है और यह दर्शाता है कि वैश्विक वित्तीय बाजारों पर अमेरिकी आर्थिक स्थितियों का गहरा प्रभाव पड़ रहा है।