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22nd December 2024

Putin ने तुर्की से लेकर यूक्रेन तक में हड़कंप मचाया, रूसी सेना ने भूमध्य सागर में ब्रह्मास्त्र दागा, क्या एर्दोगान और जेलेंस्की मानेंगे?

Putin ने तुर्की से लेकर यूक्रेन तक में हड़कंप मचाया, रूसी सेना ने भूमध्य सागर में ब्रह्मास्त्र दागा, क्या एर्दोगान और जेलेंस्की मानेंगे?

04 दिसंबर 2024रूस-यूक्रेन-सीरिया युद्ध: रूस ने अपनी शक्तिशाली जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण भूमध्य सागर में किया है। यह परीक्षण सीरिया में तुर्की समर्थित हमलों और यूक्रेन युद्ध के बीच हुआ, जिसमें रूस ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया। रूस को डर है कि सीरिया में विद्रोही उसके नेवल बेस को निशाना बना सकते हैं।

मास्को: यूक्रेन से लेकर सीरिया तक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए भूमध्य सागर में शक्तिशाली अभ्यास किया है। रूस ने अपनी अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइल जिरकॉन का इस्तेमाल कर इस अभ्यास को अंजाम दिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि उसकी मिसाइलों को किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम से नहीं रोका जा सकता। यह अभ्यास उस समय हुआ जब रूस की सेना सीरिया और यूक्रेन दोनों जगह मुश्किलों में फंसी हुई है। तुर्की के समर्थन से सुन्‍नी विद्रोहियों ने सीरिया में बड़ा हमला किया है और अलेप्पो शहर पर कब्जा कर लिया है, जिससे रूस समर्थित असद सरकार पर खतरा मंडराने लगा है।

सीरिया में रूस की सेना और युद्धपोत तैनात हैं। असद की सरकार रूस और ईरान की मदद से अब तक सत्ता में बनी हुई है, लेकिन विद्रोहियों के हमलों से उनकी सरकार को खतरा पैदा हो गया है। दूसरी ओर, यूक्रेन में भी रूस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है, खासकर कुर्स्क इलाके में, जिसे रूस अब तक पुनः प्राप्त नहीं कर पाया है। यूक्रेनी सेना ने रूस के एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी नष्ट कर दिया है। एक वीडियो में रूसी युद्धपोत से जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल दागते हुए दिखाई दे रहे हैं।

सीरिया में रूस ने विद्रोहियों को दी चेतावनी
भूमध्य सागर यूरोप के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल रहा है, और यहां मिसाइलों का परीक्षण किया गया था। इन मिसाइलों को रूसी नौसेना के दो प्रमुख युद्धपोत, एडमिरल गोर्शकोव और एडमिरल गोलोवको ने दागा, जो इस क्षेत्र में तैनात रूसी स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा हैं। साथ ही, एक रूसी सबमरीन ने कैलिबर क्रूज मिसाइल भी दागी। इस अभ्यास में 1000 सैनिक, 10 युद्धपोत और 24 फाइटर जेट शामिल थे, जो किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस थे। यह पूरा अभ्यास रूसी नौसेना के कमांडर-इन-चीफ एडमिरल अलेक्जेंडर मोइसेयेव की निगरानी में हुआ। सीरिया में तुर्की समर्थित एचटीएस विद्रोहियों के हमले के बाद, अलेक्जेंडर को इस क्षेत्र में भेजा गया था। रूस का टार्टस नेवल बेस सीरिया में है, और पुतिन ने इस अभ्यास के माध्यम से स्पष्ट कर दिया कि वे इसे किसी भी कीमत पर बचाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि रूस ने अपनी सेना को बड़े पैमाने पर सीरिया से निकालकर यूक्रेन भेज दिया, जिससे विद्रोहियों को हमला करने का मौका मिला। रूस ने इस अभ्यास के दौरान मिसाइलों के अलावा तोपखाने और बमबारी का भी अभ्यास किया।

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